Thursday 13 November 2014



उफ्फ़! एक साल निकल गया और कुछ नहीं लिखा मैंने...  पूरा एक  साल, in fact उस से कुछ ज़्यादा ही. कहाँ खोई थी मैं. मुझे तो जैसे कुछ पता ही नहीं चला.


             पर इस एक साल में life के  roller coaster के सबसे ज़्यादा  rides मिले मुझे. college का final year, चार सालों की दोस्ती का आखिरी साल, job की tension, आगे की life की  planning.

      और… 

और भी कुछ है share करने को.. कुछ special जो इसी बीच हुआ.

  I met  him…                        

        "The One" for  me… 

fell in  love… got married… and happily ever after… 

और इसमें सबसे अच्छी बात ये है कि वो भी लिखता है.. मेरे जैसे ही, poetry… in fact मुझ से better… 

  शायद ये poetry ही है जिसने हमें connect किया..


पर अपनी poetry share करने के मामले में वो थोड़ा shy है इसलिए ये जिम्मा मैंने अपने सर लिया है तो अब से यहाँ हम दोनों की poetry नज़र आएँगी..… 


  उसकी कवितायेँ भी आपके दिलों तक ज़रूर पहुचेंगी,

 
आख़िर, 

दिल तक पहुँचती है बात वही, जो बात निकलती है, दिल की कलम से...


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